The Ultimate Guide To Shodashi
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ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं सौः: ॐ ह्रीं श्रीं क ए ऐ ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं सौः: ऐं क्लीं ह्रीं श्रीं
सा नित्यं रोगशान्त्यै प्रभवतु ललिताधीश्वरी चित्प्रकाशा ॥८॥
A unique attribute in the temple is the fact souls from any religion can and do supply puja to Sri Maa. Uniquely, the temple management comprises a board of devotees from various religions and cultures.
हर्त्री स्वेनैव धाम्ना पुनरपि विलये कालरूपं दधाना
देवीं मन्त्रमयीं नौमि मातृकापीठरूपिणीम् ॥१॥
ह्रीं श्रीं क्लीं त्रिपुरामदने सर्वशुभं साधय स्वाहा॥
As just one progresses, the second section requires stabilizing this newfound consciousness via disciplined practices that harness the head and senses, emphasizing the important part of Power (Shakti) During this click here transformative procedure.
वृत्तत्रयं च धरणी सदनत्रयं च श्री चक्रमेत दुदितं पर देवताया: ।।
देवस्नपनं मध्यवेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि
नाना-मन्त्र-रहस्य-विद्भिरखिलैरन्वासितं योगिभिः
Should you be chanting the Mantra for a particular intention, create down the intention and meditate on it five minutes in advance of beginning Together with the Mantra chanting and five minutes following the Mantra chanting.
शस्त्रैरस्त्र-चयैश्च चाप-निवहैरत्युग्र-तेजो-भरैः ।
‘हे देव। जगन्नाथ। सृष्टि, स्थिति, प्रलय के स्वामी। आप परमात्मा हैं। सभी प्राणियों की गति हैं, आप ही सभी लोकों की गति हैं, जगत् के आधार हैं, विश्व के करण हैं, सर्वपूज्य हैं, आपके बिना मेरी कोई गति नहीं है। संसार में परम गुह्रा क्या वास्तु है?
यदक्षरशशिज्योत्स्नामण्डितं भुवनत्रयम् ।